6/09/2011 12:36:00 PM Edit This 0 Comments »
मालिक-रामू,मच्छर कान में घुन-घुन कर रहे हैं|इन्हें मार दे|
थोड़ी देर बाद,रामू तूने मारा नहीं मच्छरों को,ये फिर से परेशान कर रहें हैं|
रामू-मालिक मैंने मच्छरों को मार दिया है,ये उनकी विधवाएं हैं,जो विलाप कर रही हैं|

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